tag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post8871412605709669816..comments2024-03-01T15:59:55.297+05:30Comments on सरस पायस: माँग नहीं सकता न : पंकज शर्मा की एक लघुकथारावेंद्रकुमार रविhttp://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-16205208589894880212010-04-15T12:38:35.590+05:302010-04-15T12:38:35.590+05:30बहुत कुछ कहती है यह लघुकथा ।बहुत कुछ कहती है यह लघुकथा ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-11494727307994297652010-04-12T23:16:02.275+05:302010-04-12T23:16:02.275+05:30बहुत ही मार्मिक रचना ...पंकज जी को हर्दिक बधाई!बहुत ही मार्मिक रचना ...पंकज जी को हर्दिक बधाई!Shubham Jainhttps://www.blogger.com/profile/11736748654627444959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-46596609520569492622010-04-12T11:49:13.549+05:302010-04-12T11:49:13.549+05:30पापा को कहानी बहुत अच्छी लगी . बेहद मार्मिक और हृद...पापा को कहानी बहुत अच्छी लगी . बेहद मार्मिक और हृदयस्पर्शी और दिल के कोने को छूने वाली कहानी है . इस धरती पर ऐसे रिश्ते ही तो है जो आदमी को आदमी बना रहे है और जब तक एसे रिश्ते है निराश होने की जरुरत नहीं है , लेखक को बधाईमाधव( Madhav)https://www.blogger.com/profile/07993697625251806552noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-32206153372861883182010-04-12T08:11:34.803+05:302010-04-12T08:11:34.803+05:30मन को झकझोर देने वाली रचना ..
dil ko chhu gayi.......मन को झकझोर देने वाली रचना ..<br />dil ko chhu gayi....<br />agli rachnaon ka intzaar rahega.....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-13488300323668642532010-04-11T15:45:50.506+05:302010-04-11T15:45:50.506+05:30यह लघुकथा जहाँ आर्थिक विद्रूपता का सशक्त उदाहरण प्...यह लघुकथा जहाँ आर्थिक विद्रूपता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करती है, वहीं सदाशयता और संबंधों में बरकरार रसात्मकता का भी cइत्रण करने में सफल है। उत्कृष्ट निर्वाह। बहुत-बहुत बधाई।बलराम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-40983366739063055582010-04-11T14:45:17.885+05:302010-04-11T14:45:17.885+05:30मांग नहीं सकता न....भाई के लिए प्रेम जिंदा है पर ब...मांग नहीं सकता न....भाई के लिए प्रेम जिंदा है पर बड़े होते होते कहां खो जाता है प्यार....मांगना आज भी है, पहले भी था, पर तब इतने लोग मजबूर नहीं थे, कहानी बढ़िया..Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-5210042566362648032010-04-11T09:30:54.671+05:302010-04-11T09:30:54.671+05:30मन को झकझोर देने वाली रचना ... गरीबी में भी भाई के...मन को झकझोर देने वाली रचना ... गरीबी में भी भाई के प्रति ममता ... वो भी इतनी कच्ची उम्र में ... दिल को छुं गयी !Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-42762189490681742522010-04-11T09:30:13.910+05:302010-04-11T09:30:13.910+05:30रिश्तों में अभी भी गर्माहट बाकी है...अच्छी लघुकथा....रिश्तों में अभी भी गर्माहट बाकी है...अच्छी लघुकथा....बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-16128171286579008002010-04-11T07:04:05.661+05:302010-04-11T07:04:05.661+05:30बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी लघुकथा--पंकज जी को ...बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी लघुकथा--पंकज जी को हर्दिक बधाई।पूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-69199271342322501032010-04-11T06:56:59.019+05:302010-04-11T06:56:59.019+05:30यह छोयी सी कहानी
बहुत ही शिक्षाप्रद है!
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वर्तम...<b> यह छोयी सी कहानी <br />बहुत ही शिक्षाप्रद है! <br />--<br />वर्तमान में जहाँ भाई-भाई से विमुख होते जा रहे हैं!<br />उनको प्रेम का पाठ पढ़ाने में <br />पंकज शर्मा जी की लघुकथा <br />महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करनें मे <br />उपयोगी सिद्ध होगी!</b>डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-32117206839378953442010-04-10T23:31:58.043+05:302010-04-10T23:31:58.043+05:30बहुत ही मार्मिक कथा है।बहुत ही मार्मिक कथा है।हर्षिताhttps://www.blogger.com/profile/04799029469213410208noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-28939002524147862202010-04-10T23:26:13.181+05:302010-04-10T23:26:13.181+05:30यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई,
मनोज कुमार जी!
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...<b>यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई, <br />मनोज कुमार जी! <br />-- <br />आभारी हूँ! <br /></b>रावेंद्रकुमार रविhttps://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-80023326296000043222010-04-10T22:54:55.435+05:302010-04-10T22:54:55.435+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-33789333971129975662010-04-10T21:39:23.101+05:302010-04-10T21:39:23.101+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
इसे 11.04.10 की चर्चा मंच (स...बहुत अच्छी प्रस्तुति।<br />इसे 11.04.10 की चर्चा मंच (सुबह ०६ बजे) में शामिल किया गया है।<br />http://charchamanch.blogspot.com/मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-4698074385048986842010-04-10T21:29:09.038+05:302010-04-10T21:29:09.038+05:30पंकज शर्मा ने बहुत ही संवेदना से ओतप्रोत लघु कथा ल...पंकज शर्मा ने बहुत ही संवेदना से ओतप्रोत लघु कथा लिखी है...इसमें छोटे भाई के प्रति प्यार..जिम्मेदारी और त्याग स्पष्ट झलकता है.. फोटो भी लघु कथा से पूरा मेल खा रहा है...ब्लोग्गर और लेखक भाई रावेन्द्र कुमार जी और लेखक बधाई के पात्र हैं...फिर से बधाई. http://deendayalsharma.blogspot.comदीनदयाल शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07486685825249552436noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9190241136230512331.post-34510244203504322010-04-10T21:12:53.189+05:302010-04-10T21:12:53.189+05:30बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी घटना । कितना प्यार ...बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी घटना । कितना प्यार था उसे अपने छोटे भाई के प्रति । पंकज जी को धन्यवाद ।Chandan Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/11389708339225697162noreply@blogger.com