
होली का संदेश मधुर है,
रवि -- "सदा प्यार से तुम मिलना!" -- रवि
काँटों-जैसे कभी न बनना,
अरविंद -- सदा फूल से तुम खिलना! -- अरविंद
कालिख नहीं पोतना मुँह पर,
रवि -- बस गुलाल ही तुम मलना! -- रवि
भूल-भालकर बैर पुराने,
अरविंद -- गले सभी से तुम मिलना! -- अरविंद
होली में सारी बुराइयाँ,
रवि -- फूँक जलाकर तुम देना! -- रवि
"सदा करेंगे काम भले हम",
अरविंद -- आज यही प्रण तुम लेना! -- अरविंद
बचे न कोई संगी-साथी,
रवि -- तन-मन से सबको रँगना! -- रवि
प्रेम-रंग ऐसे बरसाना,
अरविंद -- भीग जाय हर घर-अँगना! -- अरविंद
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रावेंद्रकुमार रवि और अरविंद राज
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