सोमवार, नवंबर 29, 2010
सपनों में ही आ जाना : रावेंद्रकुमार रवि का नया शिशुगीत
सपनों में ही आ जाना!
मामा ने जब लोरी गाई,
नींद मुझे तब सुख से आई!
सुख की इस सुंदर दुनिया में,
आकर मुझे खिला जाना!
मुझको अभी ... ... .
मैं तो चुपके से सोई हूँ,
मीठे सपनों में खोई हूँ!
सपनों की मीठी दुनिया में,
आकर मुझे हँसा जाना!
मुझको अभी ... ... .
रावेंद्रकुमार रवि
रविवार, नवंबर 28, 2010
बाल विज्ञान कांग्रेस : सार्थक सक्सेना का राष्ट्रीय स्तर पर चयन
शुक्रवार, नवंबर 26, 2010
फुदक-फुदककर : डॉ. नागेश पांडेय संजय की शिशुकविता
गुरुवार, नवंबर 25, 2010
सरस-पहेली : तीन : 12 साल तक के साथियों के लिए
सरस-पहेली : तीन : 12 साल तक के साथियों के लिए
-----: (( टिप्पणी )) :-----
इस गीत-पहेली का उत्तर भी सरस-पहेली : एक : की तरह ही दिया जाएगा।
एक पर क्लिक् करके देख लीजिए।
मुझे उम्मीद है कि इस बार सही उत्तर जल्दी बता दिया जाएगा।
अब देखना यह है कि सबसे पहले सही उत्तर कौन बताता है।
उत्तर भेजनेवाले साथी फ़ोटो के साथ अपना नाम, कक्षा और विद्यालय का पूरा पता
"सरस पायस" के बड़े पाठकों से अनुरोध है कि
इस पहेली का हल भी भेज सकते हैं, पर उन्हें क्रम से प्रकाशित होनेवाली
पाँच पहेलियों के बाद ही पुन: पुरस्कृत किया जा सकेगा!
लगातार पाँच पहेलियों का सही हल सबसे पहले भेजनेवाले को पुरस्कृत करने के
बारे में विचार किया जा सकता है!
12 comments:
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक ने कहा… - बाल पहेली का उत्तर तो, मैं भी दे सकता हूँ। हल लिखने के बाद, पारितोषिक भी ले सकता हूँ।। आज उम्र की सीमा ने, मुझको मजबूर किया है। किन्तु पहेली का मैंने, आनन्द जरूर दिया है।। सरस,सरस पायस पर भायी, सरस-पहेली सच्ची है। रंग बैंगनी लिए हुए, सब्जी अलबेली अच्छी है।
- May 18, 2009 7:12 PM
-
Science Bloggers Association ने कहा… - is beguni paheli ko kaun boojhna chahega? -Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
- May 19, 2009 4:22 PM
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- are uncle maine boojh liya - BRINJLE ( BAINGAN ) SHUBHAM SACHDEV
- May 20, 2009 6:34 PM
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रावेंद्रकुमार रवि ने कहा… - सरस-पहेली : दो : के विजेता "शुभम् सचदेव" द्वारा इस पहेली का भी सही उत्तर सबसे पहले टिप्पणी के माध्यम से भेज दिया गया है! ---------------------------- अब तक वे लगातार दो पहेलिओं का उत्तर दे चुके हैं! अगर वे लगातार पाँच पहेलियों का उत्तर सबसे पहले दे देंगे, तो उन्हें पुन: पुरस्कृत किया जाएगा! -------------------------------- फिलहाल सरस-पहेली : तीन : के विजेता की प्रतीक्षा है!
- May 20, 2009 7:00 PM
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- सर जी। यह एक तरकारी है। जिसे बैंगन के नाम से जाना जाता है। PRANJAL AGE-10YS.2MONTHS & 15 DAYS. CLASS- 6th. RASHTRIYA VEDIC POORV-MADHYMIK VIDYALAYA. KHATIMA.
- May 20, 2009 8:13 PM
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रावेंद्रकुमार रवि ने कहा… - सरस-पहेली : एक : के विजेता "प्रांजल" ने भी इस पहेली का सही उत्तर टिप्पणी के माध्यम से भेज दिया है! ---------------------------- सरस-पहेली : तीन : के विजेता की अभी भी तलाश है!
- May 20, 2009 8:35 PM
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शशिभूषण बडोनी ने कहा… - सब्जी है जी। गोल भी होती, लम्बी भी, रंग में सफेद और हरी भी।
- May 26, 2009 12:06 PM
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नरेंद्र कुमार ने कहा… - मुझे भी पता है - इसके सिर पर ताज होता है, पर बता नहीं सकता, भरता बना दिया जाऊँगा, 12 साल से अधिक का जो हूँ।
- May 26, 2009 3:32 PM
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वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा… - उत्तर तो पहेली में ही लिखा है. लेकिन बताने पर चांटा पड सकता है.है न? अपनी बिटिया की तरफ़ से बता दूं?
- June 12, 2009 4:19 PM
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रावेंद्रकुमार रवि ने कहा… - वंदना जी, अपनी बिटिया की तरफ़ से बता सकती हैं, पर बिटिया की अवस्था पहेली समझने लायक तो होनी ही चाहिए!
- June 21, 2009 9:42 AM
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वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा… - रावेन्द्र जी इस पहेली का सही उत्तर मेरी बेटी की तरफ़ से मैं ही लिख रही हूं, उत्तर है, बैंगन.
- June 29, 2009 6:06 PM
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वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा… - शाम को उत्तर तो बिटिया की तरफ़ से दे दिया, लेकिन उसका नाम लिखा ही नहीं- बिटिया का नाम है- विधु दुबे. और पहेली का उत्तर एक बार फ़िर दुहरा दूं-बैंगन
- June 29, 2009 11:28 PM
सरस-पहेली : दो : का हल
सरस-पहेली : दो : का हल
आगे से है पिचक रही यह,
पीछे से है कारी!
कर देती है रंग-बिरंगा,
जब चलती मतवारी!
फ़ोटो देखकर आप भी समझ ही गए होंगे!
पिचकारी!
जी, हाँ! बिल्कुल सही!
- सही उत्तर भेजनेवाले हैं -
-- शुभम् --
शुभम् सचदेव
एयरफ़ोर्स स्कूल , बंगलौर ( कर्नाटक) में
कक्षा - एल.के.जी. के छात्र हैं।
इन्हें रावेंद्रकुमार रवि की चित्रकथा-पुस्तक
"नन्हे चूज़े की दोस्त ... ... ."
उपहार में भेजी जा रही है।
सरस-पहेली : तीन :
कल रविवार, दिनांक : १७.०५.२००९ को शाम ५ बजे
प्रकाशित की जाएगी।
इस पहेली का हल भी भेज सकते हैं, पर उन्हें क्रम से प्रकाशित होनेवाली
पाँच पहेलियों के बाद ही पुन: पुरस्कृत किया जा सकेगा!
लगातार पाँच पहेलियों का सही हल सबसे पहले भेजनेवाले को पुरस्कृत करने के
बारे में विचार किया जा सकता है!
8 comments:
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक ने कहा… - होली की है याद कराती, शुभम् तुम्हारी पिचकारी। अब पिचकारी में भर लेना, ठण्डा पानी सुखकारी।। सरस पहेली हल करने की, तुमको बहुत बधाई है। गर्मी के इस मौसम में भी, मस्ती की रुत आई है।।
- May 16, 2009 4:18 PM
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ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ ने कहा… - विजेताओं को बधाई। -Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
- May 16, 2009 5:02 PM
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- Thank u uncle , mai agli paheliyom ke hal bhi avashay bhejungaa shubham sachdev
- May 18, 2009 4:41 PM
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अरविंद राज ने कहा… - शुभम् को बहुत-बहुत बधाई!
- May 26, 2009 11:28 AM
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रावेंद्रकुमार रवि ने कहा… - शुभम् बेटा, विजेता बनने पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ!
- May 26, 2009 11:46 AM
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शशिभूषण बडोनी ने कहा… - बधाई हो बधाई, पर कहाँ है हमारी मिठाई?
- May 26, 2009 12:02 PM
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नरेंद्र कुमार ने कहा… - अरे वाह! यहाँ तो सब कुछ बहुत बढ़िया-बढ़िया हो रहा है। नन्हे-मुन्ने बुद्धिमान को मेरा प्यार और आशीर्वाद।
- May 26, 2009 3:36 PM
-
Saras Paayas ने कहा… - Congrtulations to Shubham.
- May 26, 2009 5:26 PM
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