![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh2nISeZbBkkFIdewPaleocJnj-LrxFRV4qcElJwYfwJy5gAjA9KD7CBZ3bD5sfCb0sGiIzhXGnXocVuKEW2g50Gio-UYSxhwJTMeHDo_W3ysAimPxtYiu27qSmjmcB_GZSfjqczeE3hjfA/s400/rainbath2.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjuT_1y0xz_knArZCslZdyPLUCgbGLwrndgmEjfSblXLq3d_C4MbsShKXgGfFVLDHWsgZzHdYLuXyzCe15eEm0njTCz4megpqulISdEuU6Eb2JJsUblaQiY0j4EIqvsgetdSLKPXAqX0pH7/s400/rainbath3.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh_sJxPVD9Wbuhc30nzJv7tc6PTMXyeLRDrB-S9yxvFkuKhsXvNXEn3Z7J7rUMXvRMcFS4XH3SgLG7XM5S9QcBy-6S5O1pYsqNJxuLsqdXd9p5NB1zSZlwTYwau41oFQIaTT3tKLusaiFYT/s400/rainbath1.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjAvD-GRNoWaFX0UgqvmFH6h-541Q7VAUFt1IPZogX3Z5PwTMJqGiWhbEhsvVxJsDcHdgQgMpTVhn5bbVcO0B95hpv02dsqpnrnJOwsdGd5H3lFZSbVEyTkLXQr2IvnXFoabPoFMFqM__3D/s400/rainbath4.jpg)
"सरस पायस" के अनुरूप बनाने के लिए प्रकाशनार्थ स्वीकृत रचनाओं में आवश्यक संपादन किया जा सकता है। रचना का शीर्षक भी बदला जा सकता है। ये परिवर्तन समूह : "आओ, मन का गीत रचें" के माध्यम से भी किए जाते हैं!
प्रकाशित/प्रकाश्य रचना की सूचना अविलंब संबंधित ईमेल पते पर भेज दी जाती है।
मानक वर्तनी का ध्यान रखकर यूनिकोड लिपि (देवनागरी) में टंकित, पूर्णत: मौलिक, स्वसृजित, अप्रकाशित, अप्रसारित, संबंधित फ़ोटो/चित्रयुक्त व अन्यत्र विचाराधीन नहीं रचनाओं को प्रकाशन में प्राथमिकता दी जाती है।
रचनाकारों से अपेक्षा की जाती है कि वे "सरस पायस" पर प्रकाशनार्थ भेजी गई रचना को प्रकाशन से पूर्व या पश्चात अपने ब्लॉग पर प्रकाशित न करें और अन्यत्र कहीं भी प्रकाशित न करवाएँ! अन्यथा की स्थिति में रचना का प्रकाशन रोका जा सकता है और प्रकाशित रचना को हटाया जा सकता है!
पूर्व प्रकाशित रचनाएँ पसंद आने पर ही मँगाई जाती हैं!
"सरस पायस" बच्चों के लिए अंतरजाल पर प्रकाशित पूर्णत: अव्यावसायिक हिंदी साहित्यिक पत्रिका है। इस पर रचना प्रकाशन के लिए कोई धनराशि ली या दी नहीं जाती है।
अन्य किसी भी बात के लिए सीधे "सरस पायस" के संपादक से संपर्क किया जा सकता है।
10 टिप्पणियां:
Buzz पर indu puri goswami ने कहा –
ये कविता तो मेरे पोतों और स्कूल के बच्चों के लिए
बहुत ही सरल,सरस और प्यारी है.
रिअली. 25 Aug 2010
वाह, छोटे बच्चों के लिये बहुत बढिया कविता.
बहुत अच्छी कविता।
हिंदी भाषा की उन्नति का अर्थ है राष्ट्र की उन्नति।
हमें भी मजा आया पढ़कर ।
बहुत बढ़िया
बहुत सुन्दर शिशु गीत है,चित्र भी बहुत सुन्दर हैं बधाई
बहुत बढ़िया ......
मुझे इसे गाना पडेगा .........हा हा हा हा ......
देर से आने के लिए क्षमा चाहती हू क्या करू मम्मा आजकल बहुत व्यस्त है मै ब्लोग्स जगत में नहीं आ पाई
बहुत प्यारी रचना है आपकी ! मुझे बारिश के पन्नी में कूद कर नाचना बहुत पसंद है !
वाह, पढा, तो मज़ा आया!
एक टिप्पणी भेजें