"सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है!

शनिवार, मई 07, 2011

प्यारी माँ की गोद में - रावेंद्रकुमार रवि की बालकविता

प्यारी माँ की गोद में


बच्चे हैं सच्चा सुख पाते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे किलक-किलक मुस्काते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे फूले नहीं समाते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे हैं ख़ुशबू बिखराते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे ख़ुश हो गीत सुनाते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे हँसकर हमें रिझाते,
प्यारी माँ की गोद में!

बच्चे मीठे स्वप्न सजाते,
प्यारी माँ की गोद में!

रावेंद्रकुमार रवि

10 टिप्‍पणियां:

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

बहुत सुंदर भावपूर्ण ...ममतामयी रचना .... मनमोहक चित्र ...आभार

जीवन और जगत ने कहा…

बच्‍चों के लिए प्‍यारी मां की गोद ही उनका घोंसला है, उनकी शरण स्‍थली है जहां वे अपने आपको सबसे सुरक्षित और स्‍नेह से घिरा हुआ पाते हैं। बहुत अच्‍छी रचना।

Saba Akbar ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना

Deepak Saini ने कहा…

सुन्दर रचना

प्रतुल वशिष्ठ ने कहा…

लगा सदा मिलता है बिस्तर
अम्मा जी की गोद में.

एक नहीं दो-दो तकिये हैं
अम्मा जी की गोद में.

भूख लगे खुलती दुकान है
अम्मा जी की गोद में.

कोई डराता तो छिप जाता
अम्मा जी की गोद में.

सरदी गरमी की क्या चिंता
अम्मा जी की गोद में.

मुझको स्वर्ग-सा सुख मिलता है
अम्मा जी की गोद में.

.
.

और अंत में .....

मुझको बड़ा मज़ा आता है
सारस पायस ब्लॉग में.

Chinmayee ने कहा…

बहुत ही सुन्दर कविता !


Happy Mother's Day - प्यारी मम्मिआई के लिए

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

सुंदर कविता ....सुंदर फोटो

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना!
बहुत चाव से दूध पिलाती,
बिन मेरे वो रह नहीं पाती,
सीधी सच्ची मेरी माता,
सबसे अच्छी मेरी माता,
ममता से वो मुझे बुलाती,
करती सबसे न्यारी बातें।
खुश होकर करती है अम्मा,
मुझसे कितनी सारी बातें।।
--
मातृदिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

Unknown ने कहा…

माँ के बिना जग ये सूना...सुन्दर प्रस्तुति..साधुवाद. मातृदिवस की शुभकामनाएँ.

Patali-The-Village ने कहा…

बहुत सुंदर भावपूर्ण ममतामयी रचना| धन्यवाद|

Related Posts with Thumbnails

"सरस पायस" पर प्रकाशित रचनाएँ ई-मेल द्वारा पढ़ने के लिए

नीचे बने आयत में अपना ई-मेल पता भरकर

Subscribe पर क्लिक् कीजिए

प्रेषक : FeedBurner

नियमावली : कोई भी भेज सकता है, "सरस पायस" पर प्रकाशनार्थ रचनाएँ!

"सरस पायस" के अनुरूप बनाने के लिए प्रकाशनार्थ स्वीकृत रचनाओं में आवश्यक संपादन किया जा सकता है। रचना का शीर्षक भी बदला जा सकता है। ये परिवर्तन समूह : "आओ, मन का गीत रचें" के माध्यम से भी किए जाते हैं!

प्रकाशित/प्रकाश्य रचना की सूचना अविलंब संबंधित ईमेल पते पर भेज दी जाती है।

मानक वर्तनी का ध्यान रखकर यूनिकोड लिपि (देवनागरी) में टंकित, पूर्णत: मौलिक, स्वसृजित, अप्रकाशित, अप्रसारित, संबंधित फ़ोटो/चित्रयुक्त व अन्यत्र विचाराधीन नहीं रचनाओं को प्रकाशन में प्राथमिकता दी जाती है।

रचनाकारों से अपेक्षा की जाती है कि वे "सरस पायस" पर प्रकाशनार्थ भेजी गई रचना को प्रकाशन से पूर्व या पश्चात अपने ब्लॉग पर प्रकाशित न करें और अन्यत्र कहीं भी प्रकाशित न करवाएँ! अन्यथा की स्थिति में रचना का प्रकाशन रोका जा सकता है और प्रकाशित रचना को हटाया जा सकता है!

पूर्व प्रकाशित रचनाएँ पसंद आने पर ही मँगाई जाती हैं!

"सरस पायस" बच्चों के लिए अंतरजाल पर प्रकाशित पूर्णत: अव्यावसायिक हिंदी साहित्यिक पत्रिका है। इस पर रचना प्रकाशन के लिए कोई धनराशि ली या दी नहीं जाती है।

अन्य किसी भी बात के लिए सीधे "सरस पायस" के संपादक से संपर्क किया जा सकता है।

आवृत्ति