"सरस पायस" पर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत है!

रविवार, मई 29, 2011

वह ख़ुश होकर गाने लगी : सरस चर्चा (३४)

आज सबसे पहले देखते हैं नन्ही परी की रंजनाएँ!


रिमझिम को मिला एक मनभावन उपहार! 
वह ख़ुश होकर गाने लगी!


अब बारी है : पाखी की इस ड्राइँग की!


कुहू ने इस बार एक बहुत दर्द-भरी, पर 
बहुत अच्छी कहानी सुनाई है! 


चैतन्य को डायनासोरों से प्यार हो गया है!


यह देखिए चुलबुल की अनोखी मस्ती, अपने भाई के साथ!


पंखुरी की यह अनोखी मुस्कान आपको कैसी लग रही है?


आदित्य ने अपनी माँ के काम में हाथ बँटाना शुरू कर दिया है!


लविज़ा ने फ़ेसबुक पर १४ नए फ़ोटो लगाए हैं!


अंत में "सरस पायस" पर पढ़िए मेरा यह गीत!

टर्र-टर्र-टूँ-टर-टर-टर



देख रहा है टुकुर-टुकुर यह
कब बरसेगा पानी?
कब आएगी लड्डू लेकर
इसकी प्यारी नानी?
नानी से यह बात करेगा -
टर्र-टर्र-टूँ-टर-टर-टर!

रावेंद्रकुमार रवि

8 टिप्‍पणियां:

Chinmayee ने कहा…

बहुत सुन्दर चर्चा और मज़ेदार गीत टर्र-टर्र-टूँ-टर-टर-टर....
मुझे सम्मलित करने के लिए धन्यवाद रवि अंकल !

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बढ़िया!
नन्हें सुमन भी बच्चों का ही ब्लॉग है और इस पर अनवरतरूप से बाल रचनाएँ लगती रहती हैं!
चर्चा में लेना शायद भूल गये होंगे!

Shubham Jain ने कहा…

bahut sundar charcha...

dhanywaad.

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत खुब

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सुन्दर चर्चा..

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

प्यारे बच्चों के ब्लोग्स की सुंदर चर्चा ..... चैतन्य को जगह देने का आभार

rashmi ने कहा…

प्यारे बच्चों की सुंदर चर्चा...मज़ेदार गीत के साथ...

Kashvi Kaneri ने कहा…

बहुत मज़ेदार और प्यारी चर्चा….टर-टर-टर....के साथ

Related Posts with Thumbnails

"सरस पायस" पर प्रकाशित रचनाएँ ई-मेल द्वारा पढ़ने के लिए

नीचे बने आयत में अपना ई-मेल पता भरकर

Subscribe पर क्लिक् कीजिए

प्रेषक : FeedBurner

नियमावली : कोई भी भेज सकता है, "सरस पायस" पर प्रकाशनार्थ रचनाएँ!

"सरस पायस" के अनुरूप बनाने के लिए प्रकाशनार्थ स्वीकृत रचनाओं में आवश्यक संपादन किया जा सकता है। रचना का शीर्षक भी बदला जा सकता है। ये परिवर्तन समूह : "आओ, मन का गीत रचें" के माध्यम से भी किए जाते हैं!

प्रकाशित/प्रकाश्य रचना की सूचना अविलंब संबंधित ईमेल पते पर भेज दी जाती है।

मानक वर्तनी का ध्यान रखकर यूनिकोड लिपि (देवनागरी) में टंकित, पूर्णत: मौलिक, स्वसृजित, अप्रकाशित, अप्रसारित, संबंधित फ़ोटो/चित्रयुक्त व अन्यत्र विचाराधीन नहीं रचनाओं को प्रकाशन में प्राथमिकता दी जाती है।

रचनाकारों से अपेक्षा की जाती है कि वे "सरस पायस" पर प्रकाशनार्थ भेजी गई रचना को प्रकाशन से पूर्व या पश्चात अपने ब्लॉग पर प्रकाशित न करें और अन्यत्र कहीं भी प्रकाशित न करवाएँ! अन्यथा की स्थिति में रचना का प्रकाशन रोका जा सकता है और प्रकाशित रचना को हटाया जा सकता है!

पूर्व प्रकाशित रचनाएँ पसंद आने पर ही मँगाई जाती हैं!

"सरस पायस" बच्चों के लिए अंतरजाल पर प्रकाशित पूर्णत: अव्यावसायिक हिंदी साहित्यिक पत्रिका है। इस पर रचना प्रकाशन के लिए कोई धनराशि ली या दी नहीं जाती है।

अन्य किसी भी बात के लिए सीधे "सरस पायस" के संपादक से संपर्क किया जा सकता है।

आवृत्ति