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शनिवार, जनवरी 15, 2011

उमंगों और पतंगों के त्योहार : सरस चर्चा (२५)

हमारे देश के कोने-कोने में जितने त्योहार मनाए जाते हैं, 
उतने शायद ही कहीं और मनाए जाते हों! 
देश के अलग-अलग प्रदेशों में मनाए जानेवाले ऐसे तीन त्योहार 
जनवरी में एक साथ आते हैं! मकर सक्रांति, पोंगल और लोहड़ी! 

चैतन्य ने अपने ब्लॉग से सभी को 

इन प्यारे-प्यारे त्योहारों के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं! 

हैप्पी लोहड़ी..... हैप्पी संक्रांति..... हैप्पी पोंगल..... 





माधव ने भी अपने ब्लॉग से शुभकामनाएँ दी हैं!



अरे बाबा, हम शिमला में नहीं अपने घर में ही हैं...! ही-ही-ही! 
पंखुरी कुछ ऐसे ले रही है अपने चाचू और बुआ के साथ ठंड का मज़ा!


और इधर ठंड के स्पर्श से खड़खड़ाकर स्पर्श का तो दाँत ही टूट गया! 




लविज़ा भी परेशान है!
ओह.… आजकल तो कुछ ज्यादा ही ठंड पड़ रही है! 
कितने सारे तो गरम कपड़े पहनने पड़ते हैं! 
मुझे ना इत्ते भारी-भारी कपड़े पहनना बिल्कुल पसंद नहीं…
पर मम्मा भी ना…. टोपा भी पहनो… थर्मल भी... स्वेटर भी… 
और ना जाने क्या क्या…

Laviza

पाखी के लिए एक और कविता रची गई है, डॉ. नागेश द्वारा!


आदित्य ने इस बार चंडीगढ़ के "छतबीर जू" की सैर की!
यहाँ का दरियाई घोड़ा बहुत मस्त है... 
आदि ने बहुत क़रीब से देखा...  


इस बार सबसे अधिक चर्चा में रहा : नन्हे सुमन का विमोचन!


सुबह-सवेरे इसे देखकर 
खिल उठता है मन। 
सभी प्रफुल्लित होकर करते 
इसका अभिनंदन। 
-- अभिनव सृजन पर जाड़े की धूप का मनमोहक स्वागत कर रहे हैं --
डॉ. नागेश पांडेय संजय

अंत में सरस पायस पर पढ़िए मेरा नया गीत!
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लेकिन मुझसे करता प्यार! 
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मेरा पिल्ला है शैतान,
लेकिन मुझसे करता प्यार!

चुहिया और गिलहरी को यह 
दूर तलक दौड़ाता है! 
पर छोटा है अभी उन्हें यह 
पकड़ न बिल्कुल पाता है! 

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रावेंद्रकुमार रवि
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चित्र में हैं : सलोनी राजपूत और उसका पिल्ला
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10 टिप्‍पणियां:

डॉ. नागेश पांडेय संजय ने कहा…

चर्चा के लिए आपको अछोर आभार । http://abhinavsrijan.blogspot.com/

राज भाटिय़ा ने कहा…

सुंदर चर्चा के लिये धन्यवाद

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर इन्दधनुषा चर्चा लगाई है आपने!
उत्तरायणी की शुभकामनाएँ!

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर इन्दधनुषी चर्चा लगाई है आपने!
उत्तरायणी की शुभकामनाएँ!

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

बहुत सुंदर चर्चा ....चैतन्य की पोस्ट को जगह देने के लिए आभार...... शुभकामनाएं आपको भी

माधव( Madhav) ने कहा…

बहुत सुंदर चर्चा

केवल राम ने कहा…

बहुत सुंदर चर्चा है ...आपके ब्लॉग पर आकर बहुत कुछ सीखने को मिला ...खटीमा में आपके साथ बिताये हुए पल जिन्दगी की अच्छी यादों में शामिल हो गए ..और महत्वपूर्ण बन गया जिन्दगी का एक और पल ....आपका आभार

बेनामी ने कहा…

वाह !

Shubham Jain ने कहा…

rang birangi patango si ithlati balkhati rang birangi charcha....

aabhar.

Akanksha Yadav ने कहा…

उत्सवी बेला में खूबसूरत चर्चा...बधाई.

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