गुरुवार, अगस्त 12, 2010
सबसे अच्छा उपहार होती है : बेटी : सरस चर्चा ( 9 )
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10 टिप्पणियां:
बढ़िया चर्चा.
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
बहुत अच्छा लगा।
बहुत अच्छी चर्चा !
धन्यवाद चिन्मयी को शामिल करने के लिए !
वाह बहुत मजेदार चर्चा की है इस बार . रवि अंकल को धन्यवाद
बहुत सुन्दर सजाई है ये चर्चा...
सचमुच बेटियाँ सबसे सुन्दर उपहार है...जब ईशिता का जन्म हुआ मेरे आंसू रोके नहीं रुक रहे थे सबने सोचा बेटी हुई इसीलिए रो रही है लेकिन उस समय तो मुझे पता ही नहीं था की बेटी हुई या बेटा वो तो बस माँ बनने की ख़ुशी थी जो आंखे संभल नहीं पा रही थी....
आज की चर्चा तो हमेशा की तरह ही बहुत सुन्दर, लेकिन उससे भी सुन्दर आज का शीर्षक लगा....
बहुत बढ़िया चर्चा
अले आज की चर्चा तो बहुत अच्छी है. सभी लोग कुछ-ना-कुछ सीख रहे हैं...
रवि अंकल धन्यवाद आपका आशीर्वादयुही बना रहे .... आपका मेल id दीजिए मम्मा आपको पोस्टल एड्रेस भेज देगी !
मेरा mail ID chinmayeeindranil@gmail.com
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