गुनगुन फिर से आएगी! एक नई रुनझुन के साथ!
बुधवार, अगस्त 04, 2010
बहुत सुरीली थी : चुलबुल की गुनगुन : सरस चर्चा ( 8 )
गुनगुन फिर से आएगी! एक नई रुनझुन के साथ!
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11 टिप्पणियां:
उम्दा पोस्ट.
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
राजभाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार मे आपका योगदान सराहनीय है।
उफ्फ्फ... बहुत अफसोस है.. :(
बहुत सुन्दर चर्चा...
'पाखी की दुनिया; और 'बाल-दुनिया' की चर्चा के लिए विशेष आभार.
चर्चा तो बहुत सुन्दर, लेकिन गुनगुन के बारे में जान कर मन अत्यंत दुखी हो गया...
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
कित्ती प्यारी चर्चा.... पर गुनगुन के बारे में जानकर अच्छा नहीं लगा...
________________________
'पाखी की दुनिया' में 'लाल-लाल तुम बन जाओगे...'
कुछ मीठी कुछ खट्टी खबर ,बच्चो की ये क्यारी बडी है प्यारी .गुनगुन फिर चहकेगी अपनी मधुर मुस्कान लिये .
बहुत बढ़िया चर्चा.
क्यों जलाती व्यर्थ मुझको!
क्यों रुलाती व्यर्थ मुझको!
क्यों चलती व्यर्थ मुझको!
री-अमर-मरू-प्यास,मेरी मृतु ही साकार बन जा!
पीर मेरी,प्यास बन जा.................!!
पोस्ट बहुत ही सुन्दर है ...
गुनगुन के बारे में जानकर मन उदास हो गया ... उसके माता-पिता एवं सभी परिजनों को मेरा हार्दिक संवेदना ...
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