पेड़ लगाकर भूल न जाना
शनिवार, जून 05, 2010
पेड़ लगाकर भूल न जाना : रावेंद्रकुमार रवि का नया बालगीत
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20 टिप्पणियां:
गीत बहुत प्रासंगिक और प्रेरक है ।पेडों के प्रति यदि ऐसी संवेदना तथा अपने जीवन के प्रति ऐसी जागरूकता की आज सर्वाधिक आवश्यकता है ।
अरे वाह अमरुद का पोधा लगाया, ओर फ़िर सुंदर कविता भी, धन्यवाद
भाटिया जी,
यह चाँदनी का पौधा है
और इस पोस्ट में सभी पेड़-पौधों का
प्रतिनिधित्व कर रहा है!
पेड़ लगाकर भूल न जाना,
इनको पानी रोज़ पिलाना!
सुन्दर चित्रमयी झांकी सुन्दर सन्देश
बहुत ही प्रेरक बालगीत है!
nice
वृक्ष अमूल्य धरोहर हैं,
इनकी रक्षा करना होगा।
जीवन जीने की खातिर,
वन को जीवित रखना होगा।
तनिक-क्षणिक लालच को,
अपने मन से दूर भगाना है।
धरती का सौन्दर्य धरा पर,
हमको वापिस लाना है।।
बहुत सुन्दर !
सार्थक प्रस्तुति!
प्रेरणादायक बालगीत.....सुन्दर चित्रों के साथ...
अब तो मैं भी ऐसा ही करुँगी. प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखूंगी. सुन्दर बाल-गीत.
_______________________
'पाखी की दुनिया' में आज 'विश्व पर्यावरण दिवस' पर 'वृक्ष कहीं न कटने पायें' !
upयोगी रचना ,मैं एक महीने बाहर रही इस कारन बहुत सी पोस्ट चूक गयी अब आती रहूंगी .
seedhi sadi ..aur mahatvapooran rachna...abhi kal hi global warming ke ek project ke liye ek get likh raha tha ..abhi bhi usi mode me hun ...to aap ki kavita aur jyada achhi lagi ..charchamanch ke raste yahaan tak pahuncha hun ...
प्रेरणादायक बालगीत
बहुत सुंदर कविता है....
बहुत सुन्दर गीत ... प्रकृति की बात हमें कभी भूलना नहीं चाहिए !
प्रेरक गीत... बहुत सुन्दर..
प्रेरक प्रस्तुति के लिए धन्यवाद .
आज अभिनव सृजन http://abhinavsrijan.blogspot.com/
में पढ़िए --
बालगीत :नागेश पांडेय 'संजय '
आओ पेड़ लगाएँ
गरमी, वर्षा, शीत कड़ी
ये अविकल सहते जाते,
लू, आँधी, तूफान भयंकर
देख नहीं घबड़ाते।
सहनशीलता, साहस की
ये पूजनीय प्रतिमाएँ।
बहुत अच्छे
गीत बेहद सुन्दर और रोचक तो हैं ही साथ ही प्रेरक भी हैं... बधाई.
मैं अपने पत्र में अवश्य ही जिक्र करूँगा.. बधाई सर
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