मंगलवार, सितंबर 14, 2010
रिमझिम का प्यारा दोस्त कौन है? : सरस चर्चा (13)
"सरस पायस" पर प्रकाशित रचनाएँ ई-मेल द्वारा पढ़ने के लिए
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"सरस पायस" के अनुरूप बनाने के लिए प्रकाशनार्थ स्वीकृत रचनाओं में आवश्यक संपादन किया जा सकता है। रचना का शीर्षक भी बदला जा सकता है। ये परिवर्तन समूह : "आओ, मन का गीत रचें" के माध्यम से भी किए जाते हैं!
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"सरस पायस" बच्चों के लिए अंतरजाल पर प्रकाशित पूर्णत: अव्यावसायिक हिंदी साहित्यिक पत्रिका है। इस पर रचना प्रकाशन के लिए कोई धनराशि ली या दी नहीं जाती है।
अन्य किसी भी बात के लिए सीधे "सरस पायस" के संपादक से संपर्क किया जा सकता है।
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10 टिप्पणियां:
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
हरीश प्रकाश गुप्त की लघुकथा प्रतिबिम्ब, “मनोज” पर, पढिए!
बहुत अच्छी लगी आपकी यह सरस चर्चा----। शुभकामनायें।।
बहुत प्यारी मनभावन चर्चा ..
बाल ब्लॉग जगत की मैं अभी नई नई नन्ही सदस्या बनी हूँ .....इतने सारे अच्छे अच्छे मित्रों से मुझे मिलवाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !
अनुष्का
मनभावन शब्दों के साथ-साथ झाकियां भी सुंदर है..
धन्यवाद रविजी,
हमेशा कि तरह देरी से आई ...
बहुत सुन्दर चर्चा है ...
माधव के बाल चले गए.. अफसोस है... पर कमला स्टूडियो वाली फोटो याद के लिए अच्छी है..
ये सप्ताह काफी रंगीन रहा.. खुब कविताएं.. और चित्र.. मजा आ गया...
बहुत अच्छी चर्चा.... बच्चों के कई ब्लोग्स की जानकारी मिली...
मेरी पोस्ट की चर्चा के लिए आभार
हम बच्चों की तो आजकल धूम है...प्यारी-प्यारी चर्चा. सरस पायस की चर्चा आज के 'हिंदुस्तान' में भी.
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'पाखी की दुनिया' - बच्चों के ब्लॉगस की चर्चा 'हिंदुस्तान' अख़बार में भी.
इस बढ़िया ख़बर की ख़बर देने के लिए
पाखी को बहुत-सा प्यार!
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आप भी इस ख़बर को विस्तार से पढ़ सकते हैं!
ब्लॉग की क्रिएटिव दुनिया : भारत मल्होत्रा
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