देखा सुंदर फूल जहाँ पर,
मैंने सोचा पकड़ूँ इसको,
कन्या इंटर कॉलेज, शाहजहाँपुर (उ.प्र.)
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29 टिप्पणियां:
bahut sunder kavita hai...
सलोनी ने तो कमाल कर दिया बिलकुल नये अंदाज में..तितली पर बहुत प्यारी कविता लिखी है...बधाई.
बहुत सुंदर शिशुगीत
बहुत सुंदर कविता जी सालोनी बेटी को हमारा बहुत बहुत प्यार
nice
विषय को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत करती बड़ी प्यारी रचना है ।
छोटी सी उम्र में बड़ी प्यारी कविता लिखी है सलोनी ने ।
सलोनी बिटिया की सलोनी सी कविता ...मन को बहुत भाई....
सलोनी को बहुत सा स्नेह और शुभकामनायें
रंग-बिरंगे पंखोंवाली
तितली उड़कर आई!
मेरे मन को भाई!
नाम सलोनी जिस तितली का
कविता खूब बनाई,
मेरे मन को भाई!
छपी सरस पायस में कविता.
शाबाशी भी पाई.
मेरे मन को भाई!
'सलिल' कीर्ति-यश मिले बहुत सा
सबसे मिले बडाई.
मेरे मन को भाई!
आचार्य जी,
आपके इस पावन आशीष से
सलोनी और सरस पायस
के साथ-साथ मैं भी धन्य हो गया!
--
हम सबकी तरफ से
आपके लिए हार्दिक शुभकामनाएँ!
शाबास!! बहुत अच्छा लिखा है, बधाई. और लिखती रहो!!
itni nanhi si umra me itni khoobsurat rachna ,badhai ho bitiya rani ko .
सलोनी कि कविता बहुत ही अच्छी लगी !
रंग-बिरंगे पंखोंवाली
तितली उड़कर आई!
मेरे मन को भाई!
Sundar baal kavita .......
Saloni ko dher saara pyar..... aur aapko baal bhawanon kee prastutikaran ke liye bahut shubhkamnayne....
सर , दिल्ली में तितलियाँ तो दिखती ही नहीं ? बहुत अफ़सोस होता है , पर आपकी कविता से ही तितली का अहसास हो जाता है
अच्छी कविता !
अच्छी अभिव्यक्ति !
माधव बेटा,
यह गीत तुम्हारे लिए
सलोनी दीदी ने रचा है,
जो अब 11 साल की होनेवाली है!
--
तुम अपने यहाँ
कुछ फूलोंवाले पौधे लगाओ!
--
फिर देखना -
तितली रानी ज़रूर आएँगी
और तुमको
अपनी मीठी मुस्कान से
ज़रूर रिझाएँगी!
सुन्दर पंखों वाली तितली
मेरे घर भी आई!
जिसे देख कर नन्ही प्राची
खुश होकर मुस्काई!
शुभ-आशीष तुम्हें देते हम,
गीत रचो तुम मन के,
नाम सलोनी, गीत सलोना,
रचना खूब बनाई!
मेरे मन को भाई! ह भाई यः कवीता मेरे मन को भाई!!! बहुत खूब!
मेरे मन को भाई! हा भाई यह कवीता मेरे मन को भाई. बहुत खूब!!बहुत सुंदर.
यह कविता मेरे मन को भी बहुत भाई !!!
सलोनी ने बहुत ही सुन्दर कविता रची है । बधाई
मैंने सोचा पकड़ूँ इसको,
मगर हाथ ना आई!
इधर उड़ी फिर उधर उड़ी वह,
उसने रेस लगाई!
मेरे मन को भाई!
...बहुत बढ़िया दीदी..आपकी अन्य कविताओं का भी इंतजार रहेगा. रवि अंकल तो हम बच्चों की रचनाओं को खूब तराशकर प्रस्तुत करते हैं...
_________________________
'पाखी की दुनिया' में जरुर देखें-'पाखी की हैवलॉक द्वीप यात्रा' और हाँ आपके कमेंट के बिना तो मेरी यात्रा अधूरी ही कही जाएगी !!
सुंदर बागों को देख ,तुरत तितली रानी मुस्काई
फूलों की खुशबू पाकर यह मन ही मन हरषाई
बहुत सुंदर बल कविता
हमारी ओर से सलोनी राजपूत को बहुत - बहुत बधाई ओर रवि जी को बहुत - बहुत धन्यवाद
वाह बिटिया रानी वाह वाह बहुत ही मन भावन ह्रदयस्पर्शी गीत है
आभार
"शाबास!! बहुत अच्छा लिखा है, बधाई. और लिखती रहो!!"
sahi hai..
kunwar ji,
badhya hi sundar pyra geet likha hai aapnto is सुन्दर पंखों वाली तितली
मेरे घर भी आई!
जिसे देख कर नन्ही प्राची
खुश होकर मुस्काई!
शुभ-आशीष तुम्हें देते हम,
गीत रचो तुम मन के,
नाम सलोनी, गीत सलोना,
रचना खूब बनाई! si rachna ke liye app b adhai ki patra hai
पूनम जी!
आपकी टिप्पणी पढ़कर धन्य हुआ!
..
मगर आपने तो मेरी टिप्पणी की प्रशंसा इसमें की है!
--
बहुत खूब!
रचना गौण!
टिप्पणी प्रमुख!
सुन्दर भावाभिव्यक्ति...बेहतरीन प्रस्तुति..बधाई.
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"शब्द-शिखर" के एक साथ दो शतक पूरे !!
इतनी छोटी सी उम्र में इतनी सुन्दर रचना ! सच में सलोनी बहुत अच्छी लिखती है ! इसी तरह लिखती रहोगी तो यकीनन आगे चलकर एक बेहतरीन लेखिका बनपाओगी !
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