लविज़ा ने इस बार एक अनोखे अंदाज़ में पतंग उड़ाई!
पर नन्ही परी इशिता ने कैसे उड़ाई होगी यह नन्ही-सी पतंग?
 पाखी की दुनिया में एक अच्छी-सी कविता छपी है!
पाखी की दुनिया में एक अच्छी-सी कविता छपी है! 
पाखी बिटिया हँसती है जब, 
दुनिया भी हँसने लग जाती। 
फूलों की बरखा हो जाती, 
धरती ख़ुशियों से भर जाती।
सलोनी रूपम के इस सलोने चित्र के साथ 
डॉ. नागेश पांडेय संजय ने अपने ब्लॉग अभिनव सृजन पर 
अपनी एक सलोनी कविता प्रकाशित की है! 
बादल भैया! बादल भैया!
मैं छोटी सी बच्ची हूँ।
नहीं किसी से झगड़ा करती,
सब कहते-‘‘मैं अच्छी हूँ।’’
सलोनी की एक गुड़िया भी है! 
उसे इस गुड़िया की शादी करनी है! 
इस ख़ुशी में चैतन्य अपने गिटार से एक मधुर धुन सुनाने जा रहा है!
इधर माधव अपने जन्म-दिन पर यह उपहार पाकर ख़ुश है!
उधर अनुष्का अपने डोरा स्कूटर की सवारी करके ख़ुश है! 
 बाल-दुनिया में छब्बीस जनवरी पर वीरता पुरस्कार पानेवाले
बाल-दुनिया में छब्बीस जनवरी पर वीरता पुरस्कार पानेवाले  भारत के बहादुर बच्चों के बारे में जानकारी दी गई है!
और ज़रा यहाँ देखिए कि क्या हो रहा है!
अब पढ़ते हैं "सरस पायस" पर प्रकाशित यह मनभावन गीत! 
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गुब्बारे में बैठे-बैठे 
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उड़ा जा रहा आसमान में
रंग-रँगीला गुब्बारा!
गुब्बारे में बैठे-बैठे
मैंने देखा जग सारा!
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सलोनी राजपूत 
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अंत में चलते-चलते एक प्यारी-सी मुस्कान चाहिए! 
लविज़ा को आपकी अच्छी-सी तस्वीर लेनी है! 
 
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♥♥ रावेंद्रकुमार रवि ♥♥
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9 टिप्पणियां:
सरस चर्चा एक जागरूक संपादक का प्रेरक आयोजन है . पठन-पाठन की द्रष्टि से रुचिवद्ध एवं उत्साही पाठको के लिए आपका यह उपकार सदैव स्वागत योग्य है . बधाई .
सरस पायस की चर्चा यहाँ भी देखिए -
http://baal-mandir.blogspot.com/
बहुत सुंदर सरस चर्चा....
bahut sundar charcha...
बहुत सुंदर सरस चर्चा.
बहुत बढ़िया रही बच्चों के ब्लॉगों की चर्चा!
बहुत सुंदर लगा जी आज बच्चो का संसार, धन्यवाद
सुंदर चर्चा ....मुझे शामिल करने के लिए ..... थैंक यू
डॉ. नागेश पांडेय "संजय" से १००% सहमत...
शुक्रिया, सैयद साहब!
मेल से भी आपका महत्त्वपूर्ण संदेश मिला था --
वाह !.. आपका लाजवाब प्रस्तुतीकरण इन बच्चों को और भी खूबसूरत बनाता है...
शुक्रिया..
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