सरस-पहेली : दो : का हल
आगे से है पिचक रही यह,
पीछे से है कारी!
कर देती है रंग-बिरंगा,
जब चलती मतवारी!
फ़ोटो देखकर आप भी समझ ही गए होंगे!
पिचकारी!
जी, हाँ! बिल्कुल सही!
- सही उत्तर भेजनेवाले हैं -
-- शुभम् --
शुभम् सचदेव
एयरफ़ोर्स स्कूल , बंगलौर ( कर्नाटक) में
कक्षा - एल.के.जी. के छात्र हैं।
इन्हें रावेंद्रकुमार रवि की चित्रकथा-पुस्तक
"नन्हे चूज़े की दोस्त ... ... ."
उपहार में भेजी जा रही है।
सरस-पहेली : तीन :
कल रविवार, दिनांक : १७.०५.२००९ को शाम ५ बजे
प्रकाशित की जाएगी।
इस पहेली का हल भी भेज सकते हैं, पर उन्हें क्रम से प्रकाशित होनेवाली
पाँच पहेलियों के बाद ही पुन: पुरस्कृत किया जा सकेगा!
लगातार पाँच पहेलियों का सही हल सबसे पहले भेजनेवाले को पुरस्कृत करने के
बारे में विचार किया जा सकता है!
8 comments:
- होली की है याद कराती, शुभम् तुम्हारी पिचकारी। अब पिचकारी में भर लेना, ठण्डा पानी सुखकारी।। सरस पहेली हल करने की, तुमको बहुत बधाई है। गर्मी के इस मौसम में भी, मस्ती की रुत आई है।।
- विजेताओं को बधाई। -Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
- Thank u uncle , mai agli paheliyom ke hal bhi avashay bhejungaa shubham sachdev
- शुभम् को बहुत-बहुत बधाई!
- शुभम् बेटा, विजेता बनने पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ!
- बधाई हो बधाई, पर कहाँ है हमारी मिठाई?
- अरे वाह! यहाँ तो सब कुछ बहुत बढ़िया-बढ़िया हो रहा है। नन्हे-मुन्ने बुद्धिमान को मेरा प्यार और आशीर्वाद।
- Congrtulations to Shubham.
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