जी भरकर इठलाता मोर।
झूम-झूम अपनी मस्ती में,
सबको नाच दिखाता मोर।
हमें बहुत ललचाता मोर।
आओ, हम भी नाचें-गाएँ,
देखो, यही सिखाता मोर।
सूर्यकुमार पांडेय
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